बिल्डर वेलफेयर एसोसिएशन गाजियाबाद ने विद्युत अधीक्षण अभियंता इंदिरापुरम को लिखा पत्र

बिल्डर वेलफेयर एसोसिएशन गाजियाबाद ने विद्युत अधीक्षण अभियंता इंदिरापुरम को लिखा पत्र

# 50 के.वी.भार से कम लोड पर भी सम्बन्धित प्लॉट के सामने ट्रान्सफार्मर लगवाने की विभागीय रणनीति पर उठाया सवाल और दिया महत्वपूर्ण सुझाव

# उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री और प्रबंध निदेशक ऊर्जा, लखनऊ को भी भेजी गई है पत्र की प्रतिलिपि

कमलेश पांडेय/गाजियाबाद

बिल्डर वेलफेयर एसोसिएशन गाजियाबाद रजिस्टर्ड के अध्यक्ष राजीव शर्मा और उपाध्यक्ष सुरेंद्र अरोड़ा ने अधिक्षण अभियन्ता, विद्युत वितरण खण्ड-8, इन्दिरापुरम, गाजियाबाद को पत्र लिखकर 50 के.वी.भार से कम लोड पर ट्रान्सफार्मर लगवाने की रणनीति के विषय में पार्किंग, सीवर और पेयजल लाइन के समानांतर बिजली केबल डालने से पैदा होने वाली चुनौतियों और बच्चों के खेलने से जुड़ी अपनी सामूहिक चिंताओं से अवगत करवाया हैं। इस पत्र की प्रतिलिपि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री और प्रबंध निदेशक ऊर्जा, लखनऊ को भी भेजी गई है।

पत्र में तकनीकी अधिकारी को अवगत कराया गया है कि इन्दिरापुरम सहित अन्य आवासीय कालोनी में आपके विभाग के द्वारा 50 के० वी० से कम बिजली के लोड पर ट्रान्सफार्मर लगाये जा रहे हैं, वो नियम विरुद्ध है। आपको पता होना चाहिए कि इन्दिरापुरम की एक गली में लगभग 25 भूखण्ड से अधिक भूखण्ड हैं लेकिन पार्किंग की सुविधा का अभाव है, जिससे लोग अपने भूखंड के सामने गाड़ियां पार्क करते हैं। ऐसे में यदि प्रत्येक भूखण्ड के सामने ट्रान्सफार्मर लग जायेंगे तो पार्किंग के लिए जगह की दिक्कत उतपन्न होगी। 

एसोसिएशन ने सवाल उठाया हैं कि जब इतनी छोटी रोड पर, जिस पर दोनों तरफ गाड़ियों की पार्किंग होती हैं, वहां पर जब जगह जगह पर ट्रांसफॉर्मर लगेंगे, तब पार्किंग की जगह कहाँ मिलेगी। यही नहीं, समुचित पार्क के अभाव में सोसाइटी के बच्चे सड़कों पर ही खेलते हैं, ऐसे में यदि कोई ट्रान्सफार्मर फट गया और खेलते हुए बच्चे उसकी चपेट में आ गए, या फिर बच्चों के साथ ऐसा कोई अन्य हादसा हो गया, जैसा कि बिजली विभाग में होता रहता है, तब यह जिम्मेदारी किसकी होगी। दूसरी बात यह है कि सड़क के दोनों तरफ पानी की पाईप तथा सीवर की लाईन है। उस स्थिति में विभाग जब प्रत्यके भूखण्ड पर ट्रान्सफार्मर के लिए दोहरी केबल डालेगा, उस स्थिति में सड़क के पास जगह कहाँ मिलेगी।

पत्र में स्पष्ट किया गया है कि पहले भी बिना ट्रान्सफार्मर के स्कीम पास होती रही है जिससे इन्दिरापुरम की सुन्दरता बनी रही थी। परन्तु वर्तमान में स्थिति अतिभयावह हो चुकी है। इसलिए अनुरोध किया गया है कि जिस भी प्लाट पर  विद्युत भार 50 के.वी. से ज्यादा है तो गली के बाहर दोनों तरफ जो उपलब्ध ग्रीन बेल्ट है, वहाँ पर ट्रान्सफार्मर लग सकता है, जिसका भुगतान भूखण्ड मालिक कर सकते हैं। इससे विभाग में रजिस्टर्ड ठेकेदारों से भूखण्ड स्वामियों को उनके अनैतिक कार्यों से मुक्ति मिल सकेगी तथा कालोनियों के मासूम बच्चो को खेलने की जगह मिल सकेगी तथा उनके जीवन की रक्षा हो सकेगी।





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